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जेएमएमएसवाई: एक और फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा – एक ही बैंक खाता से 94 बार आवेदन

जेएमएमएसवाई: एक और फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा – एक ही बैंक खाता से 94 बार आवेदन

डेस्क/सुरेन्द्र

बोकारो, झारखंड: झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (जेएमएमएसवाई) में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव के निर्देश पर किए गए भौतिक सत्यापन में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि एक ही बैंक खाता नंबर का उपयोग कर अलग-अलग नामों से 94 बार आवेदन किया गया

सत्यापन में क्या निकला?

👉 बैंक खाता: इंडसइंड बैंक, खाता संख्या 100253493007, धारक सुफनी खातुन (मोतिविट्टा, कांटी, झारगांव, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल)।
👉 फर्जी आवेदन:

  • चंदनकियारी – 49 बार
  • कसमार – 20 बार
  • बेरमो – 12 बार
  • गोमिया – 07 बार
  • चास/नावाडीह – 02-02 बार
  • चास नगर निगम/चंद्रपुरा – 01-01 बार

👉 आवेदन कहाँ से किए गए?

  • पलामू (झारखंड) और किशनगंज (बिहार) के कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से
  • तीन CSC ऑपरेटरों द्वारा किया गया आवेदन:
    1. वीएलई विक्कु कुमार रवि (CSC ID: 243621130028, पलामू, झारखंड)
    2. वीएलई सुमित कुमार (CSC ID: 542316220013, पलामू, झारखंड)
    3. वीएलई फरयाद आलम (CSC ID: 423664770011, किशनगंज, बिहार)

👉 फर्जी दस्तावेज:

  • राशन कार्ड नंबर भी फर्जी पाया गया
  • अधिकतर आवेदनों में मुर्मू, हांसदा, मंडल उपनाम जोड़े गए
  • 31 अक्टूबर और 1 नवंबर 2024 को एक साथ कई आवेदन दर्ज किए गए

प्रशासन की कार्रवाई

✔ उपायुक्त ने खाता धारक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया
✔ बीडीओ/सीओ स्तर पर कुछ आवेदनों को स्वीकृति दी गई थी, लेकिन उपायुक्त के निर्देश पर राशि ट्रांसफर पर रोक लगा दी गई
11,200 डुप्लीकेट आवेदन मिले, जिनका पुनः आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है

पहले भी हुआ था ऐसा फर्जीवाड़ा

बुधवार को भी 95 बार एक ही बैंक खाता से अलग-अलग नामों से आवेदन का मामला सामने आया था।

  • बैंक खाता संख्या: 100253387047
  • खाता धारक: यूसुफ (पतागोड़ा, बड़ाखांती, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल)

झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी सामाजिक योजना में हुए इस बड़े फर्जीवाड़े से प्रशासन सकते में है। उपायुक्त के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की तैयारी हो रही है। इस पूरे मामले से यह स्पष्ट है कि फर्जीवाड़े के बड़े रैकेट ने सरकारी योजनाओं में सेंध लगाने की कोशिश की थी, लेकिन प्रशासन की तत्परता से इस पर समय रहते रोक लगा दी गई।

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