बरवाबेड़ा विस्थापितों को मिलेगा वाजिब हक: एसडीएम
त्रिपक्षीय वार्ता में विस्थापितों के पुनर्वास, मुआवजा और नौकरी पर बनी सहमति
बेरमो/डेस्क
सीसीएल बीएंडके क्षेत्र के एकेकेओसीपी माइंस विस्तार के तहत बरवाबेड़ा बस्ती के विस्थापन को लेकर गुरुवार को करगली के कल्याण मंडप में त्रिपक्षीय वार्ता संपन्न हुई. इस बैठक में बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ, बीएंडके जीएम चित्तरंजन कुमार, बेरमो सीओ संजीत कुमार, सीसीएल प्रबंधन, रैयत, ग्रामीण एवं विस्थापित मौजूद रहे.
बैठक के दौरान एसडीएम मुकेश मछुआ ने स्पष्ट किया कि विस्थापितों को उनका हक दिलाने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन को नियमानुसार सभी विस्थापितों को उचित मुआवजा, पुनर्वास और नौकरी देनी होगी. इसके लिए जमीन संबंधित दस्तावेजों को सत्यापित कर कार्रवाई की जाएगी.
सीओ संजीत कुमार ने बताया कि 11 फरवरी से बरवाबेड़ा की शिफ्टिंग प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें सभी को सहयोग करना होगा. उन्होंने कहा कि जो लोग कार्य में बाधा डालेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी.
सीसीएल विस्थापितों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध: जीएम
बीएंडके जीएम चित्तरंजन कुमार ने बताया कि सीसीएल विस्थापितों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, “सीसीएल कमांड क्षेत्र के हर परिवार का प्रत्येक व्यक्ति सीसीएल परिवार का सदस्य है और हम उनके हितों की रक्षा के लिए कृतसंकल्प हैं.
पीओ के.एस. गेवाल ने बताया कि सीसीएल विस्थापितों के लिए शिक्षा, रोजगार, पेयजल, स्वास्थ्य और खेल सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है. शिफ्टिंग स्थल को सभी आवश्यक सुविधाओं से विकसित किया जाएगा.
बैठक में गांव के ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिनका समाधान करने का आश्वासन दिया गया. इस मौके पर बोकारो थर्मल इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार, गांधीनगर थाना प्रभारी पिंटू मेहता, बीएंडके एसओ पीएंडपी एसके झा, भू-राजस्व पदाधिकारी बीके ठाकुर, एसओपी विनय रंजन टुडु, कार्मिक प्रबंधक पीएन सिंह, नोडल ऑफिसर दीपक कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण और विस्थापित उपस्थित थे.