फुसरो की चार खबर एक साथ पढ़ें।
कोयले के रेट पर नहीं बनी सहमति, व्यापारियों ने उठाव किया बंद
बेरमो
सीसीएल बीएंडके क्षेत्र अंतर्गत एकेकेओसीपी में कोयला व्यापारियों और डीओ होल्डरों के बीच कोयले की दर को लेकर असहमति उत्पन्न हो गई है। कोणार्क सेल का बिडिंग रेट ₹5500/- तय हुआ है, जबकि व्यापारी इसे अव्यवहारिक बताते हुए ₹6000/- की दर की मांग कर रहे हैं। कमेटी द्वारा ₹5650/- की दर प्रस्तावित की गई, जिस पर सहमति नहीं बन सकी। व्यापारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक रेट पर सहमति नहीं बनती, वे कार्ड नहीं उठाएंगे। व्यापारियों ने प्रबंधन की उपस्थिति में वार्ता की मांग की है।
फुसरो में महावीर जयंती पर भावपूर्ण आयोजन
अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, फुसरो में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि के साथ प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा एवं आचार्यों द्वारा किया गया। मुख्य वक्ता आचार्या भगवंती नोनिया ने जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत—अहिंसा, सत्य, अचौर्य, ब्रह्मचर्य व अपरिग्रह—पर विस्तार से प्रकाश डाला। कक्षा चतुर्थ से दशम तक के विद्यार्थियों ने भगवान महावीर के जीवन पर विचार प्रस्तुत किए और प्राथमिक खंड के बच्चों ने कविता पाठ किया।
कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन, ढोरी में मनाई गई महावीर जयंती
कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन, ढोरी के प्रांगण में भगवान महावीर जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पण से हुई। मंच संचालन कक्षा सप्तम की छात्राओं वीणा कुमारी, मेघा कुमारी व मनसा मिश्रा ने किया। मुख्य अतिथि दीदी जी संजू ठाकुर ने भगवान महावीर के जीवन मूल्यों और पंच सिद्धांतों की उपादेयता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य रण सुमन सिंह, सचिव धीरज कुमार पांडे सहित समस्त शिक्षक, शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं व कर्मचारी उपस्थित रहे।
खासमहल पीट ऑफिस में अंबेडकर जयंती की तैयारी को लेकर बैठक आयोजित
सीसीएल बीएंडके क्षेत्र के खासमहल पीट ऑफिस में सिस्टा के तत्वावधान में डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती की तैयारी को लेकर बैठक आयोजित की गई। अध्यक्षता एस.एच. पूर्ति व संचालन राजेंद्र कुमार ने किया। बैठक में सिस्टा के महासचिव आर.एन. राम व क्षेत्रीय अध्यक्ष आलोक अकेला सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे। वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब के योगदान को देश कभी नहीं भुला सकता। 14 और 16 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तन-मन-धन से सहयोग देने का आह्वान किया गया।