अफ्रीका के नाइजर में मारे गए गणेश करमाली के परिजनों से मिले पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह, आर्थिक मदद के साथ दी खाद्य सामग्री
गोमिया
पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर में अज्ञात बंदूकधारियों की गोलीबारी में मारे गए दनिया (कारीपानी) निवासी गणेश करमाली के आश्रित परिजनों से शुक्रवार शाम को पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह ने मुलाकात की। तिलैया पंचायत के कारीपानी गांव पहुंचकर उन्होंने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और कहा, “आपके सुख-दुख में हम सब साथ हैं।”
श्री सिंह ने तत्काल राहत के तौर पर अपने स्तर से आर्थिक सहायता प्रदान की। साथ ही परिवार को चावल, आटा, चूड़ा, सत्तू, गुड़, फल सहित अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री भी उपलब्ध कराई। मौके पर मौजूद दर्जनों महिलाओं को साड़ी वितरित की गई।
गांव के जर्जर मार्ग को लेकर भी श्री सिंह ने चिंता जताई और बोकारो उपायुक्त से बात कर शीघ्र सड़क निर्माण करवाने की बात कही। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि नाइजर में मारे गए मजदूर गणेश करमाली का शव जल्द से जल्द झारखंड लाने की व्यवस्था की जाए। सूत्रों के अनुसार, शनिवार को उनका शव दिल्ली हवाई अड्डा पहुंचने की संभावना है।
श्री सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए। गोमिया प्रखंड सहित पूरे बोकारो जिले से बड़ी संख्या में मजदूर रोज़गार के लिए बाहर जाते हैं, जिनमें कई की विदेशों में मृत्यु हो चुकी है। यह एक चिंतन का विषय है। उन्होंने राज्य सरकार से झारखंड में स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित करने की अपील की, ताकि पलायन पर रोक लग सके। साथ ही, श्री सिंह ने ग्रामीण मजदूरों से आग्रह किया कि विदेश या अन्य राज्यों में काम पर जाने से पहले श्रम विभाग में अपना पंजीकरण अवश्य कराएं।