कैमरून में फंसे झारखंड के 19 मजदूर, गोमिया के भी 6 श्रमिक शामिल
गोमिया
अफ्रीकी देश कैमरून में झारखंड के बोकारो और हजारीबाग जिलों के 19 प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। इनमें बोकारो के गोमिया प्रखंड के भी 6 मजदूर शामिल हैं। मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर राज्य और केंद्र सरकार से सुरक्षित वतन वापसी की गुहार लगाई है।
मजदूरों के अनुसार, 11 लोगों को पिछले चार महीने से और 8 लोगों को दो महीने से कंपनी द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। आर्थिक तंगी के कारण उनके सामने खाने-पीने और आवश्यक जरूरतों का गंभीर संकट खड़ा हो गया है।
गोमिया प्रखंड से फंसे मजदूरों में प्रेम टुडू (चिलगो), सिबोन टुडू (चिलगो), सोमर बेसरा (करी खुर्द), पुराण टुडू (करी खुर्द), रामजी हांसदा (बड़की सिधाबारा), विरवा हांसदा (बड़की सिधाबारा) शामिल हैं। इसके अलावा नावाडीह प्रखंड पोखरिया के बब्लू सोरेन हैं। वहीं हजारीबाग (विष्णुगढ़) आघनू सोरेन( भेलवारा)
अशोक सोरेन( खरकी), चेतलाल सोरेन ( खरकी), महेश मरांडी ( खरकी), रामजी मरांडी ( खरकी), लालचंद मुर्मू ( खरकी), फूलचंद मुर्मू (नरकी)
बुधन मुर्मू (नरकी), जिबलाल मांझी (चानो), छोटन बासके( टाटीझरिया), राजेंद्र किस्कू( टाटीझरिया) है। प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने केंद्र और राज्य सरकार से ठोस कूटनीतिक पहल कर मजदूरों की सकुशल वापसी सुनिश्चित करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि विदेशों में फंसने की यह पहली घटना नहीं है, इसलिए सरकार को राज्य में रोजगार सृजन पर जोर देकर मजदूरों के पलायन को रोकना चाहिए।