क्या है डिजिटल अरेस्ट
डेस्क/ झारखंड न्यूज़ लाइव
डिजिटल अरेस्ट एक नई तरह की साइबर अपराध है, जहां अपराधी लोगों को अपने घरों में ही बंधक बनाकर धोखाधड़ी करते हैं। ये अपराधी लोगों को फोन या वीडियो कॉल करके डराते हैं और खुद को पुलिस या अन्य अधिकारियों के रूप में पेश करते हैं। वे लोगों को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते हैं और पैसे मांगते हैं ।
हाल ही में, तेलंगाना में एक 44 वर्षीय आईटी कर्मचारी को डिजिटल अरेस्ट में रखा गया था, जहां अपराधियों ने उसे 40 लाख रुपये की मांग की थी। वह कर्मचारी पुलिस की मदद से बिना किसी नुकसान के बच गया ।
डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप ऐसी कॉल्स या मैसेजेस पर ध्यान न दें जो आपको डराते हैं या पैसे मांगते हैं। यदि आपको ऐसी कोई कॉल या मैसेज मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें और अपने बैंक खातों की जानकारी किसी के साथ भी साझा न करें ।