गोमिया: बिरहोर डेरा और काशीटांड में जल्द बिजली बहाल करें, नहीं तो करेंगे आमरण अनशन: पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह
गोमिया
गोमिया प्रखंड अंतर्गत सियारी पंचायत के बिरहोर डेरा और काशीटांड आदिवासी गांवों में बिजली की समस्या को लेकर पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है. रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता रामेश्वर मांझी ने पूर्व मंत्री के साडम स्थित आवास पर मुलाकात की और बताया कि इन गांवों में पिछले 4-5 वर्षों से बिजली नहीं है. गांव के लोग लगातार संबंधित विभाग से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है.
रामेश्वर मांझी ने कहा कि बिजली के साथ-साथ गांव में सड़क की सुविधा भी नहीं है, और प्रशासन इन गांवों में विकास पहुंचाने में असमर्थ साबित हो रहा है. उन्होंने बताया कि हर चुनाव में कानून सम्मत तरीके से मतदान करने के बावजूद भी ये गांव बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं.
पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह ने इस पर गहरी चिंता जताई और कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में विकास हो रहा है, लेकिन बिरहोर डेरा और काशीटांड में बिजली समस्या का समाधान न होना चिंताजनक है. उन्होंने तुरंत विद्युत विभाग के धनबाद जीएम से बात की और स्पष्ट किया कि यदि 15 दिनों के भीतर बिजली की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वह रांची स्थित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे.
विद्युत विभाग के जीएम ने पूर्व मंत्री को आश्वासन दिया कि 15 दिनों के भीतर तकनीकी गड़बड़ियों को दूर कर इन गांवों में बिजली बहाल की जाएगी. श्री सिंह ने जिला प्रशासन से भी अनुरोध किया कि वह पथ निर्माण और अन्य विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें.
इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने सियारी पंचायत के असना पानी गांव में भी बिजली नहीं पहुंचने की जानकारी दी और जल्द समाधान की मांग की.