गोमिया में सावन महोत्सव की धूम, महिलाओं ने दिखाया हुनर और उत्साह
गोमिया
गोमिया प्रखंड में सावन के पावन अवसर पर महिलाओं के बीच कला, संस्कृति और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पहला कार्यक्रम ससबेड़ा पूर्वी पंचायत सचिवालय परिसर में आयोजित हुआ, जबकि दूसरा कार्यक्रम I.E.L महिला क्लब परिसर में हुआ। दोनों आयोजनों में महिलाओं ने पूरे उत्साह और उमंग के साथ भाग लिया।
✿ ससबेड़ा में प्रशिक्षणरत महिलाओं द्वारा आयोजन
माहेर संस्था की प्रशिक्षिका निशा सिंह के नेतृत्व में सिलाई, कढ़ाई और ब्यूटीशियन प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं ने सावन महोत्सव का आयोजन किया। इस अवसर पर रंगोली, मेंहदी, गीत-संगीत और पारंपरिक परिधानों के माध्यम से महिलाओं ने अपनी रचनात्मकता प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि के रूप में पंचायत मुखिया अंशु कुमारी, पंचायत सचिव पुष्पा, माहेर संस्था की तैयबा, प्रशिक्षक सुलोचना देवी, बबली सिंह, खुशबू देवी और डिम्पल उपस्थित रहीं। महिलाओं की भागीदारी और उनके आत्मविश्वास को देखकर अतिथियों ने आयोजन की सराहना की।
✿ I.E.L महिला क्लब में प्रतियोगिताओं से सजी शाम
वहीं, I.E.L महिला क्लब द्वारा आयोजित सावन महोत्सव में भी महिलाओं की प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों सोमा विश्वास और नीलांजना दासगुप्ता के स्वागत से हुई, जिनका अभिनंदन क्लब अध्यक्ष सुप्रिया जाना और उनकी टीम ने किया।
प्रतियोगिता के परिणामों में 2025 की सावन प्रिंसेस का खिताब मोनी सिंह को और सावन क्वीन का खिताब वर्षा जैन को प्रदान किया गया। बेस्ट सिंगर का पुरस्कार नंदिता भट्टाचार्य और रश्मि जैन को मिला। बेस्ट डांसर के रूप में रूबी सिन्हा और सुमन शर्मा को चुना गया। बेस्ट श्रृंगार का खिताब अंकिता सिंह को मिला। बेस्ट मेहंदी का पुरस्कार मोनालिसा ब्रह्मचर्य को मिला। बेस्ट आउटफिट की विजेता ममता पोद्दार रहीं। स्पेशल पुरस्कार से दीपा झा, मौसम वर्मा, रूबी शर्मा और रूपा रवानी को सम्मानित किया गया।
महिला कमेटी की अध्यक्ष सुप्रिया जाना के साथ-साथ आयोजन में प्रत्यूषा विश्वास, संगीता यादव, हेमलता यादव, स्मिता कर और कविता सिंहा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
दोनों ही कार्यक्रमों में महिला सशक्तिकरण, सामाजिक सहभागिता और रचनात्मकता की झलक देखने को मिली। आयोजकों और प्रतिभागियों ने इस बात को साबित किया कि अगर मंच मिले तो महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकती हैं।