झारखंड में जल्द खत्म होगा नेता प्रतिपक्ष का सस्पेंस, भाजपा विधायक दल की बैठक से होगा ऐलान
डेस्क
रांची: झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर जारी सस्पेंस जल्द ही खत्म होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने इस संबंध में पत्र जारी किया है।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक जल्द ही झारखंड का दौरा करेंगे। संभावना है कि आगामी शनिवार-रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक पार्टी प्रदेश कार्यालय में आयोजित होगी, जिसमें नेता प्रतिपक्ष के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
नीरा यादव सबसे आगे, बाबूलाल मरांडी और सीपी सिंह भी रेस में
भाजपा विधायक दल के नेता के चयन को लेकर कई नाम चर्चा में हैं। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह और पूर्व शिक्षा मंत्री नीरा यादव इस दौड़ में सबसे आगे हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, नीरा यादव के नाम पर सहमति बनने की संभावना अधिक है।
नीरा यादव का ओबीसी वर्ग से आना और तीन बार कोडरमा सीट से विधायक रहना उनके पक्ष में जा रहा है। रघुवर दास सरकार में शिक्षा मंत्री के रूप में उनकी भूमिका भी प्रभावशाली रही थी। पार्टी नेतृत्व को लगता है कि ओबीसी वोट बैंक को साधने के लिए यह एक बड़ा दांव साबित हो सकता है।
नेता प्रतिपक्ष की घोषणा जल्द, होली से पहले फैसला संभव
भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष के नाम की औपचारिक घोषणा होगी। चूंकि भाजपा विधानसभा में सबसे बड़ा विपक्षी दल है, इसलिए जो भी विधायक दल का नेता बनेगा, वही नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालेगा।
संकेत मिल रहे हैं कि होली से पहले झारखंड को नया नेता प्रतिपक्ष मिल जाएगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किस चेहरे को विपक्ष की कमान सौंपती है।