डीएवी स्कूल गुवा के बच्चों के बीच सेल गुआ ने पुस्तक एवं स्कूल बैग का किया वितरण
सिद्धार्थ पाण्डेय/चाईबासा
हर साल की तरह, इस साल भी सीएसआर विभाग सेल गुआ और माइंस द्वारा गुआ क्लब में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य एवं शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु पुस्तक एवं स्कूल बैग का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अतिथि सेल गुवा सीजीएम (माइन्स) कमल भास्कर और डीजीएम (सीएसआर) अनिल कुमार ने की। कार्यक्रम में डीएवी पब्लिक गुवा में पढ़ने वाले सीएसआर गांवों के 46 बीपीएल छात्रों को किताबें, स्टेशनरी आइटम और स्कूल बैग वितरित किए गए।
सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक कमल भास्कर ने बच्चों को बताया कि शिक्षा समाज को ज्ञानवान, सशक्त, समृद्ध, और सुखी बनाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा समाज में सामाजिक न्याय, समानता, एकता, और शांति को बढ़ावा देती है। डीजीएम (सीएसआर) अनिल कुमार ने कहा कि शिक्षा समाज में गरीबी, अशिक्षा, अज्ञानता, अन्धविश्वास, और अन्य सामाजिक बुराइयों को दूर करने में मदद करती है। शिक्षा के बिना हमारा जीवन अधूरा लगता है।
कार्यक्रम में जीएम (सीसी) कवि सूर्य बेहरा, जीएम (प्रोजेक्ट) आर. के. बंगा, जीएम (एमएम) वी. के. सिंह और डीजीएम (जीईओ) डॉ. आनंद ने भी बच्चों में सामग्री का वितरण किया। सेल गुवा के सीएसआर के तहत आसपास गांवों के लगभग 50 बीपीएल छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जा रही है। इन छात्रों को कुल फीस, किताबें, स्टेशनरी आइटम, स्कूल बैग, वर्दी और जूते आदि प्रदान किए जाते हैं। अगले महीने गुआ और माइंस द्वारा बीपीएल छात्रों को वर्दी, जूते और अन्य सामग्री भी प्रदान की जाएगी।
डीएवी गुवा की प्राचार्या उषा राय ने सेल गुवा प्रबंधन के प्रति धन्यवाद व्यक्त करते हुए बताया कि आज के बच्चे, कल के भविष्य के भारत हैं। सेल प्रबंधन के सहयोग से ग्रामीण बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा रही है। मौके पर सेल कर्मी रमेश गोप, श्रीनिवास राव, देवाशीष चक्रवर्ती और शालिनी सांडिल भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में डीएवी गुवा के छात्रों में विकास रंजन पूरती, फ्रैंकलिन जोन बाबा, जर्मन पूरती, कबिता पुरती, राज पूरती, विकास पूरती, मनीषा पूरती, मरियम पूरती, बाबूलाल लागूरी, प्रशांत चाँपिया, सोनाराम लागुरी, सोनाराम चाँपिया, वैभावी सांडिल, रीतू सांडिल, अंसु दास, गोपीबंद दास, जासमिन पूरती, लंका पूर्ति, पृथ्वी चाँपिया, मनीसा पूरती, मेम्बती चमपिया और अन्य बच्चों के चेहरे पठन-पाठन सामग्री मिलने से खिल उठे। अभिभावकों में माधव चाँपिया, मदन चापिया, प्रशांत चाँपिया, सुमित्रा पूति, रंजीत, टीर पूर्ति और अन्य कई बच्चों के साथ शामिल दिखे।