पहलगाम में आतंकी हमला: पर्यटकों पर गोलीबारी, 27 की मौत, 20 घायल
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को एक बड़े आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। बैसरन घाटी में पर्यटकों के एक समूह पर आतंकियों ने पुलिस की वर्दी में अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए।
हमले का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने पर्यटकों से उनके नाम पूछे और हिंदू नाम सुनते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हमला दोपहर के समय बैसरन घाटी के ऊपरी घास के मैदान में हुआ, जहां पर्यटक घुड़सवारी और ट्रैकिंग का आनंद ले रहे थे। आतंकियों ने कुछ पर्यटकों को कलमा पढ़ने के लिए भी कहा। सूत्रों के मुताबिक, 2-3 हमलावर पुलिस या सेना की वर्दी में थे, जिसके कारण स्थानीय लोग और पर्यटक उन्हें पहचान नहीं पाए।
हमले में घायल हुए पर्यटकों में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के लोग शामिल हैं। घायलों को हेलिकॉप्टर और खच्चरों के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। पहलगाम अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि सभी घायलों की हालत स्थिर है।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई
हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों और सीआरपीएफ की क्विक रिएक्शन टीम (QRT) ने इलाके की घेराबंदी कर दी और आतंकियों की तलाश में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू किया। हेलिकॉप्टर से भी खोजबीन की जा रही है। अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों की सहायता के लिए 24/7 हेल्पलाइन नंबर (9596777669, 01932225870, व्हाट्सएप: 9419051940) जारी किया है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब से गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और घटनास्थल का दौरा करने के निर्देश दिए। पीएम मोदी ने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है।” शाह श्रीनगर के लिए रवाना हो गए हैं, जहां वे अधिकारियों के साथ हाई-लेवल बैठक करेंगे।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “इस घृणित हमले के दोषियों को कठोर सजा दी जाएगी।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी हमले की निंदा की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे “कायरतापूर्ण और निंदनीय” बताया।
आतंकी साजिश का खुलासा
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने अप्रैल 2025 के पहले हफ्ते में पहलगाम सहित कश्मीर के कुछ पर्यटक स्थलों और होटलों की रेकी की थी। बैसरन घाटी का घना जंगल और पर्यटकों की भीड़ आतंकियों के लिए आसान लक्ष्य बन गया। यह हमला फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
पहलगाम की स्थिति
पहलगाम, अपने प्राकृतिक सौंदर्य, बेताब वैली और घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध, पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। यह क्षेत्र आतंकी घटनाओं से आमतौर पर अछूता रहा है, लेकिन इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हमले के बाद इलाके में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
पहलगाम आतंकी हमला न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर चुनौती है। सुरक्षा बलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए कमर कस ली है, लेकिन यह घटना पर्यटन स्थलों की सुरक्षा को और मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित करती है। देश एकजुट होकर इस कायराना कृत्य की निंदा कर रहा है और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का संकल्प ले रहा है।