पीड़ित आदिवासी महिला से मिल बोलीं– दोषी को हो सजा, निर्दोष को मिले न्याय: आशा लकड़ा
बोकारो थर्मल
झारखंड में आदिवासी महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और राज्य सरकार की कथित उदासीनता को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय जनजातीय आयोग की अध्यक्ष आशा लकड़ा ने तीखा हमला बोला। बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल अंतर्गत पेक थाना क्षेत्र के कडरू खुट्टा गांव में एक पीड़ित आदिवासी महिला से मुलाकात कर उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की कार्यशैली आदिवासी हित में नहीं है और राज्यभर में आदिवासियों का शोषण हो रहा है।
पीड़िता ने आशा लकड़ा को बताया कि उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया गया, लेकिन आरोपी अब्दुल कलाम के परिजनों को सरकार की ओर से मुआवजा और सरकारी लाभ दिया जा रहा है, जबकि पीड़ित परिवार को अब तक कोई सहायता नहीं मिली है।
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद आशा लकड़ा डीबीसी बोकारो थर्मल स्थित निदेशक भवन पहुंचीं और पत्रकारों से बात करते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब राज्य का मुख्यमंत्री ही आदिवासी होकर आदिवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रहा है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मंत्री इरफान अंसारी पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी के परिवार को सरकारी सहायता और नौकरी का भरोसा दिया गया, जबकि पीड़िता से मिलने की भी कोशिश नहीं की गई।
लकड़ा ने कहा कि यह सवाल खड़ा करता है कि राज्य सरकार के मंत्री जनप्रतिनिधि हैं या किसी एक समुदाय विशेष के पक्षधर। उन्होंने मांग की कि इस मामले में दोषी को जेल भेजा जाए और निर्दोष आदिवासी युवक को बिना शर्त रिहा किया जाए।
गौरतलब है कि इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास, भाजपा के पूर्व प्रतिपक्ष नेता अमर बावरी, और धनबाद सांसद ढुल्लू महतो भी पहले ही क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं।
इस अवसर पर आशा लकड़ा का स्वागत भाजपा के निवर्तमान बोकारो जिलाध्यक्ष भरत यादव, पूर्व विधायक बिरंची नारायण, वरिष्ठ नेता श्रवण सिंह, भैरो महतो, हरेराम यादव, दिनेश यादव, विश्वनाथ यादव समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने किया।