पेटरवार: कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार करने पर ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन
तेनुघाट
भारतमाला परियोजना फेज 1 के तहत झारखंड के बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड क्षेत्र में स्थित लुकईया गांव में सड़क निर्माण के दौरान ओवर ब्रिज और कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार किए जाने को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. सड़क निर्माण कंपनी और एनएचआई के खिलाफ गुस्से में भरे ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया. प्रदर्शन में शामिल महिलाएं और पुरुष “एनएचआई की मनमानी नहीं चलेगी,” “कब्रिस्तान की रक्षा में जान देंगे,” और “ओवर ब्रिज निर्माण में मनमानी नहीं चलेगी” जैसे नारे लगा रहे थे.
कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार करने पर जताया विरोध
ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि वे अपने पूर्वजों की कब्रों के ऊपर से सड़क नहीं बनने देंगे. उन्होंने झारखंड सरकार से अपील की कि उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाए और कब्रिस्तान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि कब्रिस्तान के बगल में काफी खाली जमीन है जिसे सड़क निर्माण के लिए देने के लिए वे तैयार हैं, लेकिन कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क निर्माण को वे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
ओवर ब्रिज के निर्माण में तकनीकी खामियों का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने ओवर ब्रिज के निर्माण में भी खामियों की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि एनएच 23 पर बनाए जा रहे ओवर ब्रिज में गलत ढंग से टर्निंग पॉइंट बनाए जा रहे हैं, जो हादसों का कारण बन सकते हैं. उन्होंने मांग की कि ओवर ब्रिज का निर्माण जल्द से जल्द बंद कर सही तरीके से निर्माण कार्य शुरू किया जाए ताकि संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
प्रदूषण और मुआवजे की समस्या पर जताई नाराजगी
ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में उपयोग की जा रही छाई से होने वाले प्रदूषण की समस्या पर भी चिंता व्यक्त की. छाई के उड़ने से घरों में धूल जम रही है, जिससे भोजन और अन्य दैनिक वस्त्र प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रैयती भूमि का उचित मुआवजा दिए बिना जबरदस्ती काम कराया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण कंपनी के अधिकारी उनके विरोध करने पर गाली-गलौज करते हैं और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हैं.
मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से की न्याय की अपील
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, बोकारो उपायुक्त, भू अर्जन बोकारो और पेटरवार अंचलाधिकारी को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। प्रदर्शन में रफीक अंसारी, फाथमा खातून, समीम अंसारी, शंकर महतो, असगर अंसारी, नासिर अंसारी, असलम अंसारी, जाहिद अंसारी, शकीला बानो, रजि बीबी सहित दर्जनों ग्रामीण, महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे.