Homeबोकारोबोकारो जिला मैट्रिक परीक्षा में बेटियों और ग्रामीण प्रतिभाओं ने लहराया परचम,...

बोकारो जिला मैट्रिक परीक्षा में बेटियों और ग्रामीण प्रतिभाओं ने लहराया परचम, राज लक्ष्मी बनी जिला टॉपर

बोकारो जिला मैट्रिक परीक्षा में बेटियों और ग्रामीण प्रतिभाओं ने लहराया परचम, राज लक्ष्मी बनी जिला टॉपर
गोमिया
मैट्रिक परीक्षा 2024-25 में बोकारो जिले के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जिले और राज्य का नाम रोशन किया है। कार्मेल उच्च विद्यालय, बोकारो थर्मल की छात्रा राज लक्ष्मी ने जिले में टॉप कर राज्य स्तर पर छठा स्थान हासिल किया है। वहीं, गोमिया प्रखंड के होसिर लरैयाटांड़ गांव के दो होनहार छात्रों अनिकेत प्रसाद और पीयूष कुमार ने क्रमशः जिला में तीसरा और दसवां स्थान प्राप्त कर सफलता की नई मिसाल कायम की है।
राज लक्ष्मी ने अपनी सफलता का श्रेय नियमित अध्ययन, सेल्फ स्टडी, माता-पिता के सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया। उन्होंने बताया कि उन्होंने परीक्षा के दिनों में रोजाना 11-12 घंटे पढ़ाई की। उनका सपना है कि वे आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करें। चार बहनों में सबसे छोटी राज लक्ष्मी के पिता एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं। कार्मेल स्कूल का परिणाम भी शानदार रहा, जहां 144 में से 132 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। प्रधानाध्यापिका सिस्टर प्रेमलता लॉरेंस ने विद्यार्थियों को बधाई दी।

होसिर उच्च विद्यालय के छात्र अनिकेत प्रसाद ने संसाधनों की कमी और आर्थिक संघर्ष के बीच पढ़ाई जारी रखते हुए स्कूल टॉपर और जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया। उनके पिता शिशुपाल प्रसाद कपड़े बेचते हैं, जबकि मां और नानी स्वरोजगार से परिवार को सहारा देती हैं। अनिकेत इंजीनियर बनना चाहते हैं और अपने परिवार की स्थिति सुधारना चाहते हैं। गांव और स्कूल में उनकी सफलता पर हर्ष की लहर है।


इसी गांव के पीयूष कुमार ने भी कठिन परिस्थितियों को मात देकर जिला में दसवां स्थान प्राप्त किया। पीयूष के पिता ओडिशा में मजदूरी करते हैं और मां श्रृंगार स्टोर चलाकर परिवार चलाती हैं। उनका सपना सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है। उन्होंने साबित किया है कि मजबूत इच्छाशक्ति और मेहनत के बल पर कोई भी सपना साकार हो सकता है। स्कूल प्रधानाध्यापक ललन प्रसाद ने दोनों छात्रों की प्रशंसा की और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इन तीनों होनहार छात्रों की सफलता न केवल उनके परिवारों के लिए गौरव का विषय है, बल्कि वे ग्रामीण क्षेत्र के होने के बावजूद पूरे जिले के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। इनकी कहानियां बताती हैं कि सीमित संसाधनों के बावजूद अगर हौसला और मेहनत हो, तो हर मंज़िल हासिल की जा सकती है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

error: Content is protected !!