Homeसमाजराष्ट्रीय त्यौहार गांव कस्बों में अब धूम धाम से मनाने लगे लोग

राष्ट्रीय त्यौहार गांव कस्बों में अब धूम धाम से मनाने लगे लोग

राष्ट्रीय त्यौहार गांव कस्बों में अब धूम धाम से मनाने लगे लोग

डेस्क/सुरेन्द्र

राष्ट्रीय त्यौहार अब धीरे-धीरे शहरों और सरकारी कार्यालयों की सीमाओं से बाहर निकलकर गांवों और कस्बों में भी पूरे जोश और उमंग के साथ मनाए जाने लगे हैं। यह बदलाव समाज में बढ़ती जागरूकता, शिक्षा, और देशभक्ति की भावना का प्रतीक है।

पहले राष्ट्रीय पर्व जैसे गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, और गांधी जयंती आंबेडकर जयंती मुख्यतः स्कूलों, सरकारी दफ्तरों, और शहरी क्षेत्रों तक सीमित रहते थे। लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बों में भी लोग इन त्योहारों को उत्सव की तरह मनाने लगे हैं।

यह बदलाव क्यों हो रहा है?
शिक्षा और जनजागृति: अब गांवों और कस्बों में शिक्षा का स्तर बढ़ा है, जिससे लोग अपने अधिकारों और राष्ट्रीय पर्वों के महत्व को समझने लगे हैं।

मीडिया और सोशल मीडिया: टीवी, इंटरनेट, और सोशल मीडिया ने इन पर्वों की महत्ता को गांव-गांव तक पहुंचा दिया है। लोग अब देशभक्ति से जुड़े गीत, वीडियो, और कहानियों को साझा करके प्रेरित होते हैं।

सरकारी योजनाएं और आयोजन: सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर झंडारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसने इन पर्वों को स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय बनाया है।

सामाजिक एकता का माध्यम: ये पर्व गांवों और कस्बों में सामाजिक एकजुटता और आपसी भाईचारे को मजबूत करने का जरिया बन गए हैं।

गांवों और कस्बों में राष्ट्रीय पर्व का स्वरूप:
झंडारोहण और प्रभात फेरी: छोटे-छोटे समूह मिलकर प्रभात फेरी निकालते हैं और देशभक्ति के नारे लगाते हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम: बच्चों द्वारा नाटक, देशभक्ति गीत, और पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैं।
सामूहिक भोज: कई जगहों पर सामूहिक भोज या लंगर का आयोजन किया जाता है।
स्थानीय नायकों का सम्मान: कुछ स्थानों पर स्वतंत्रता सेनानियों या सैनिकों के परिवारों को सम्मानित करने की परंपरा भी शुरू हुई है।
इसका सामाजिक प्रभाव:
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच दूरी कम हो रही है।
युवाओं और बच्चों में देशभक्ति और कर्तव्य भावना मजबूत हो रही है।
76वें गणतंत्र दिवस पर गोमिया प्रखंड के ग्राम करमटिया,होसिर,गंझूडीह,खम्हरा,करमाटांड,सियारी में झंडोत्तोलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया । गोमिया प्रखंड विकास पदाधिकारी कुछ एक गांवों में इन कार्यक्रमों में शामिल हुए , प्रतिभागियो को पुरस्कार वितरित किए और लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा “स्थानीय स्तर पर एकजुटता और सौहार्द का विकास हो रहा है।
राष्ट्रीय पर्वों का यह विस्तार न केवल समाज में सकारात्मकता ला रहा है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता को भी मजबूत कर रहा है।”

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