सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना द्वारा वार्ता रद्द करने पर विस्थापितों में आक्रोश
Bermo: सीसीएल कथारा क्षेत्र अंतर्गत गोविंदपुर परियोजना के विस्थापित ग्राम लहरियाटांड़ के ग्रामीण सीसीएल प्रबंधन से खासे नाराज हैं. दरअसल विस्थापितों की समस्याओं को लेकर सीसीएल गोविन्द पुर परियोजना द्वारा 5 जुलाई को वार्ता आयोजित थी. प्रबंधन ने अचानक वार्ता रद्द कर दी है, जिससे विस्थापितों में असंतोष फैल गया है.
वार्ता के बिंदु
विस्थापितों ने सीसीएल गोविन्द पुर परियोजना के परियोजना पदाधिकारी को पत्र लिखकर विस्थापन प्रमाण पत्र, सड़क, और पानी की समस्याओं को हल करने की मांग की थी. इसी समस्या के समाधान के लिए प्रबंधन ने लहरिया टांड़ ग्राम विकास समिति को 5 जुलाई 2024 को 12 बजे वार्ता के लिए आमंत्रित किया था, जिसे आज रद्द कर दिया गया.
ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष चन्द्रिका रजक और सचिव दुलेश्वर प्रजापति ने कहा कि सीसीएल गोविन्द पुर परियोजना के परियोजना पदाधिकारी विस्थापित ग्रामीणों के साथ हमेशा धोखाधड़ी करते रहे हैं. उन्होंने बताया, “हमने 1980 में सीसीएल को जमीन दी थी, लेकिन आज तक हमें विस्थापन प्रमाण पत्र नहीं मिला है. हमारी मांग है कि हमें प्रमाण पत्र दिया जाए और गांव की खराब सड़क एवं पानी की समस्या का समाधान किया जाए.
प्रबंधन को 15 दिनों का समय दिया गया है, इसके बाद सीसीएल गोविन्द पुर परियोजना का सम्पूर्ण कामकाज बंद कर दिया जाएगा और जब तक विस्थापन प्रमाण पत्र नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा.