हजारीबाग में 4000 किलो नकली पनीर बरामद, बिहार से रांची लाए जाने की थी साजिश
हजारीबाग, 31 मई 2025: झारखंड के हजारीबाग जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गुरुवार देर रात, बिहार से रांची की ओर आ रही दो बसों से 4000 किलो नकली पनीर बरामद किया गया। इस पनीर की अनुमानित कीमत 6-10 लाख रुपये बताई जा रही है। यह खेप बिहार के बख्तियारपुर और मनेर से बदोनी बस और तिवारी ट्रैवेल्स की बसों में लोड की गई थी, जिसे हजारीबाग, रामगढ़ और रांची के बाजारों में बेचने की योजना थी।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
हजारीबाग के सदर अनुमंडल पदाधिकारी बैद्यनाथ कामती और खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी चंद्र प्रकाश दुग्गी के नेतृत्व में प्रशासन ने नगमा टॉल टैक्स के पास यह कार्रवाई की। एक गुप्त सूचना के आधार पर मध्यरात्रि से बसों की जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान पनीर पर केमिकल डालकर टेस्ट किया गया, जिसमें यह काला पड़ गया, जो इसकी नकली होने की पुष्टि करता है। फूड इंस्पेक्टर डॉ. एसएस कुल्लू ने बताया कि पनीर में यूरिया, डिटर्जेंट, और अन्य हानिकारक केमिकल्स का उपयोग किया गया था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं।
स्वास्थ्य के लिए खतरा, सैंपल जांच के लिए भेजे गए
खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर के सैंपल लेकर उन्हें स्टेट लेबोरेटरी में जांच के लिए भेज दिया है। साथ ही, दो डिब्बे घी भी बरामद किए गए हैं, जिनके सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। जब्त किए गए पनीर को गड्ढा खोदकर नष्ट कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह का नकली पनीर खाने से हृदय रोग, कैंसर, और किडनी व लीवर को नुकसान पहुंच सकता है।
बस मालिकों को नोटिस, गिरोह की तलाश में प्रशासन
प्रशासन ने बस मालिकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ बैद्यनाथ कामती ने कहा, “यह ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा। हमारी जिम्मेदारी है कि लोगों की थाली तक जहर न पहुंचे।” मुख्य खाद्य सुरक्षा आयुक्त अनंत कुमार ने मिलावटी पनीर के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन का मानना है कि इस अवैध कारोबार में एक बड़ा गिरोह शामिल है, जिसकी तलाश की जा रही है।
बंगाल से आने वाली बसों पर भी नजर
खाद्य सुरक्षा विभाग ने अब बंगाल से आने वाली बसों पर भी निगरानी बढ़ा दी है। होटलों, दुकानों और सप्लाई चेन में अचानक निरीक्षण किए जाएंगे। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खुले पनीर खरीदने से बचें और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करें।
नकली पनीर की पहचान के आसान तरीके
सख्ती और रबड़ जैसा होना: नकली पनीर सख्त और रबड़ की तरह खिंचता है, जबकि असली पनीर मुलायम होता है।
मसलने पर टूटना: नकली पनीर को मसलने पर वह टूटकर बिखर जाता है।
आयोडीन टेस्ट: पनीर को उबालकर ठंडा करें, फिर उस पर आयोडीन टिंचर डालें। अगर रंग नीला या काला हो जाए, तो पनीर नकली है।
गंध और स्वाद: नकली पनीर में केमिकल जैसी गंध और अजीब स्वाद होता है, जबकि असली पनीर में दूध की मलाईदार खुशबू होती है।
यह कार्रवाई नकली खाद्य पदार्थों के अवैध कारोबार पर बड़ा प्रहार मानी जा रही है। प्रशासन ने आम जनता से सतर्क रहने और संदिग्ध खाद्य पदार्थों की सूचना देने की अपील की है।