सेल प्रबंधन के साथ हुई बैठक में कई दौर के वार्ता के बाद संयुक्त यूनियन का आंदोलन समाप्त
आम जनता की एकजूटता की वजह से लंबे संघर्ष के बाद बडी़ जीत हुई है – पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के
सिद्धार्थ पाण्डेय /चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम )
सेल मेघाहातुबुरु की मेघालया गेस्ट हाउस में सेल, बीएसएल प्रबंधन और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में संयुक्त यूनियन, गुवा के प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों तथा मानकी-मुंडाओं के साथ 5 घंटे तक लंबी वार्ता के बाद अनिश्चितकालिन स्लो डाउन आंदोलन खत्म हुआ.
12 जुलाई की पहली पाली से सारे सेलकर्मी व ठेका मजदूर गुवा खदान में आम दिनों की तरह उत्पादन कार्य प्रारम्भ कर दिया है. इस बैठक में सेल प्रबंधन व आंदोलनकारियों के बीच चार सूत्री मांगों को लेकर लिखित समझौता हुआ. सेल प्रबंधन ने आंदोलनकारियों को लिखित रूप से कहा कि सेल, बीएसएल ने एक नयी कार्यप्रणाली तैयार की है. सेल के भर्ती नीति में संशोधन किया गया है. खदान के आस पास के युवाओं का सेल में नियोजन के लिए सिर्फ वैसे युवा जो आईटीआई प्रशिक्षण के बाद किसी ऐसे लौह अयस्क खदान से अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग किया है, जो किसी एकीकृत इस्पात संयंत्र का अंग हो सिर्फ उन्हीं युवाओं को सेल-बीएसएल के खदान में एसीटीटी नियुक्ति में आवेदन के लिए पात्रता दी जाएगी.
इसके अलावा, इस संबंध में सूचना स्थानीय रोजगार कार्यालय को भी दी जाएगी। गुवा अयस्क खदान में ठेका श्रमिकों की अनुबंध के लिए गुवा और उसके आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाएगा. गुवा अयस्क खदान में ठेका श्रमिकों को समान काम के लिए समान वेतन का मामला पहले से ही जांच के अधीन है और जांच के बाद इसे लागू किया जाएगा. संयुक्त यूनियन की काफी संख्या में ठेका श्रमिकों को अनुबंधित करने की मांग के संबंध में सेल, बीएसएल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि आवश्यक संख्या में ठेका श्रमिकों को समयानुसार अनुबंधित किया जाएगा. इसके बाद दोनों पक्षों के लोगों ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस बैठक में सेल, बीएसएल (बोकारो) के सीजीएम (पीएंडए) हरिमोहन झा, गुवा के सीजीएम कमल भास्कर एवं जेजीओएम के महाप्रबंधक (पीएंडए) श्रीमंत नारायण पांडा के अलावे विपक्षी टीम से पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा़, मजदूर नेता रामा पाण्डेय, जयसिंह नायक, पंचम जौर्ज सोय, राजेश कोडा़, रमेश गोप, राजकुमार झा, जीप सदस्य देवकी कुमारी, पंसस भादो टोप्पो, संजय सांडिल, गंगाराम ठठेरा, मानकी लागुडा़ देवगम, मुंडा कानुराम देवगम, मुंडा जामदेव चाम्पिया आदि ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया.
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि गुवा के मजदूरों, संयुक्त यूनियन, जनप्रतिनिधि, मानकी-मुंडा व आम जनता की एकजूटता की वजह से लंबे संघर्ष के बाद बडी़ जीत हुई है. क्षेत्र के बेरोजगार युवकों को बडे़ पैमाने पर चरणबद्ध तरीके से गुवा खदान प्रबंधन नौकरी और रोजगार देने का कार्य करेगा. एसीटीटी की बहाली में भी इसी क्षेत्र के शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी में प्राथमिकता देगा, जो पहले नहीं था. गुवा के आंदोलन से सेल की मेघाहातुबुरु, किरीबुरु एवं चिड़िया क्षेत्र के बेरोजगारों को भी बहाली में सीधे लाभ आने वाले दिनों में मिलना प्रारम्भ होगा.