कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरिजा शंकर पांडेय का निधन, जनसैलाब ने दी नम आंखों से विदाई
बेरमो/डेस्क
कोयलांचल के वरिष्ठ कांग्रेस और मजदूर नेता गिरिजा शंकर पांडेय का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार फुसरो के हिंदुस्तान पुल के समीप दामोदर नदी तट पर किया गया, जहां उनके पुत्र बृज बिहारी पांडेय ने मुखाग्नि दी. इस दौरान क्षेत्र के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों को सांत्वना दी.
मंत्री बेबी देवी ने उनके आवास पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “गिरिजा शंकर पांडेय सादगी और विनम्रता के प्रतीक थे. उनकी सोच बहुत ही उदार और जनहितकारी थी. वहीं, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह (अनूप सिंह) ने कहा, उनके साथ काम करने का मुझे अवसर मिला. वे हमेशा संवेदनशील, मिलनसार और कर्मठ थे. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है और पार्टी के लिए अपूरणीय नुकसान.
पूर्व सांसद रविंद्र कुमार पांडेय ने शोक जताते हुए कहा, गिरिजा शंकर पांडेय का जीवन श्रमिकों और जरूरतमंदों की सेवा को समर्पित था. उनके निधन से एक युग का अंत हो गया है. वे मजदूरों के मसीहा थे, जिन्हें लोग प्यार से ‘बाबा’ कहते थे.
मजदूर नेता लखन लाल महतो और बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी ने कहा कि पांडेय मजदूरों के अधिकारों के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे और कभी भी उनके हितों से समझौता नहीं किया. इस कारण आज भी मजदूर वर्ग उन्हें अपना मसीहा मानता है.
अंतिम यात्रा और श्रद्धांजलि सभा में कई अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, ट्रांसपोर्टर अरुण अग्रवाल, प्रकाश कुमार सिंह, रवींद्र मिश्रा, विल्सन फ्रांसिस, आफताब आलम खान, प्रमोद कुमार सिंह, गणेश मल्लाह, अभय कुमार सिंह, और मनोज कुमार पासवान सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए.
गिरिजा शंकर पांडेय का निधन कांग्रेस और मजदूर आंदोलन के लिए एक गहरा आघात है. उनके सिद्धांत और संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे.