उपरघाट: 10 वर्षीय बच्ची के अपहरण की कोशिश, सुझबुझ से बचाई जान
डेस्क/सुरेन्द्र
बेरमो: बेरमो अनुमंडल के उपरघाट स्थित पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। कंजकिरो पंचायत के पिलपिलो निवासी कृष्णदेव महतो की 10 वर्षीय बेटी रूपा कुमारी को अज्ञात अपराधियों ने अपहरण करने की कोशिश की। लेकिन बच्ची ने सुझबुझ से काम लेते हुए खुद को अपराधियों के चंगुल से छुड़ा लिया और सुरक्षित अपने घर पहुंची।
कैसे हुआ अपहरण?
मंगलवार सुबह रूपा कुमारी अपनी एक सहेली के साथ घर से कुछ दूरी पर शौच के लिए गई थी। उसी दौरान घात लगाए मोटरसाइकिल सवार दो अपराधियों ने उन्हें रोककर जबरन चॉकलेट देने की कोशिश की। जब बच्चियों ने मना किया, तो अपराधियों ने रूपा को पकड़ लिया और जबरदस्ती जंगल की ओर ले गए, जबकि दूसरी बच्ची वहां से भाग निकली।
जंगल में रखा बंधक, लेकिन रूपा ने दिखाई हिम्मत
अपराधियों ने जंगल में बच्ची के हाथ, पैर, कमर और मुंह को बांध दिया और उसे मोटरसाइकिल से बांधकर छोड़ दिया। फिर वे चाय पीने के बहाने वहां से चले गए। लेकिन इस दौरान रूपा ने हिम्मत नहीं हारी। उसने मुंह पर बंधी कपड़े की पट्टी को दांत से काटकर खोला और फिर अपने हाथ-पैरों को भी छुड़ाया। इसके बाद वह जंगल में छिप गई।
गांव वालों के पहुंचने से पहले भाग निकले अपराधी
कुछ देर बाद अपराधी वापस लौटे तो उन्हें बच्ची वहां नहीं मिली। उन्होंने उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन इस बीच गांव वालों को भी घटना की जानकारी मिल गई और वे जंगल की ओर पहुंचने लगे। ग्रामीणों को आता देख अपराधी मोटरसाइकिल लेकर भाग निकले।
चचेरी बहन को दी आवाज, सकुशल पहुंची घर
करीब सुबह 10 बजे रूपा की चचेरी बहन बेबी जब कॉलेज जा रही थी, तो रूपा ने उसे आवाज दी। बेबी ने तुरंत इसकी सूचना घरवालों को दी, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और बच्ची को सुरक्षित घर ले आए।
गांव में दहशत, पुलिस ने शुरू की जांच
इस घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। सूचना मिलने पर पेंक-नारायणपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से पूरी जानकारी ली। पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही है।
ग्रामीणों की मांग – दोषियों को जल्द पकड़कर मिले सजा
गांव के लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।