अमेरिका की गुलामी देश से गद्दारी के समान: भाकपा (माले)
भाकपा माले ने बोकारो थर्मल में निकाला प्रतिरोध मार्च, केंद्र सरकार की चुप्पी पर उठाए सवाल
बोकारो थर्मल
केंद्र सरकार की अमेरिकी नीतियों के प्रति झुकाव और हालिया अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने रविवार को बोकारो थर्मल के झारखंड चौक में प्रतिरोध मार्च निकाला और सभा की।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर “अमरीकी साम्राज्यवाद मुर्दाबाद”, “अमेरिका की गुलामी देश से गद्दारी नहीं चलेगी”, “भारत पर 30 प्रतिशत टैरिफ पर चुप्पी क्यों? मोदी सरकार जवाब दो” और “देश की संप्रभुता की रक्षा करो” जैसे नारे लगाए।
सभा को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर अमेरिका के प्रति अंधभक्ति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत पर 30 प्रतिशत टैरिफ का बोझ डालने, पाकिस्तान के साथ अमेरिका के तेल समझौते, और कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों की हत्या के बाद भारत को युद्ध की स्थिति में भी सीजफायर के लिए मजबूर करने जैसे मामलों पर केंद्र सरकार की चुप्पी देश की संप्रभुता और सम्मान के खिलाफ है।
नेताओं ने कहा कि अमेरिका लगातार भारत के साथ अपमानजनक व्यवहार कर रहा है—कभी भारतीय नागरिकों को हथकड़ी पहनाकर प्रत्यर्पण करना, कभी रूस के साथ भारत के पारंपरिक संबंधों पर दबाव डालना—इसके बावजूद केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। यह देश की विदेश नीति को कमजोर करता है और आम जनता के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाता है।
माले ने मांग की कि मोदी सरकार अमेरिका की अंधभक्ति से पीछे हटे और भारत के हितों को प्राथमिकता दे, अन्यथा देश की जनता माफ नहीं करेगी।
कार्यक्रम को माले राज्य स्थायी कमिटी सदस्य भूवनेश्वर केवट, राज्य कमिटी सदस्य विकास कुमार सिंह, जिला कमिटी सदस्य बालेश्वर गोप, ऐक्टू नेता बालेश्वर यादव, पंचानन मंडल, राज केवट, बैजनाथ सिंह, डी. के. मिस्त्री, सुरेंद्र घासी, हरिलाल महतो, हरिशंकर, किशन कुमार, वाजिद हुसैन, मोहम्मद समसुद्दीन, मोहम्मद तहसीम कुरैशी और रामलोचन ने भी संबोधित किया।