माओवादी के निशानदेही पर दो SLR राइफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद
गोमिया
बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरपा जंगल में पुलिस और CRPF को बड़ी सफलता मिली है। संयुक्त अभियान के दौरान पुलिस ने माओवादी भोला कोड़ा उर्फ रोहित कोड़ा उर्फ विकास दा की निशानदेही पर दो SLR राइफल, छह मैगजीन और 233 जिंदा कारतूस सहित अन्य सामग्रियां बरामद की हैं।
जानकारी के अनुसार, 17 जुलाई 2025 को विरहोरडेरा जंगल में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो नक्सली मारे गए थे। उस समय परवेज दा, चंचल दा, विशन दा, राजू और भोला कोड़ा सहित कुछ नक्सली मौके से भागने में सफल रहे थे। भागते समय भोला कोड़ा ने अपने और राजू उर्फ फुलचंद मांझी के SLR हथियार और मैगजीन को मुरपा जंगल के पास मिट्टी में दबाकर छिपा दिया था।
बाद में भोला कोड़ा गिरिडीह और अभयपुर होते हुए मुंगेर (बिहार) पहुंचा, जहाँ उसने मुंगेर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद पूछताछ के लिए उसे हजारीबाग पुलिस रिमांड पर लाई गई। पूछताछ के दौरान उसने छिपाए गए हथियारों की जानकारी दी।
पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार, कोयला प्रक्षेत्र पुलिस महानिरीक्षक के नेतृत्व में हजारीबाग पुलिस, बोकारो पुलिस, झारखंड जगुआर और 154वीं सीआरपीएफ बटालियन की संयुक्त टीम ने मुरपा जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया। भोला कोड़ा की निशानदेही पर दो SLR राइफल, छह मैगजीन, 233 कारतूस, तीन पाउच और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई।
बरामद हथियारों को विधिवत जब्त कर थाना लाया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
पुलिस के अनुसार, भोला कोड़ा का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। वह बिहार और झारखंड में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। उस पर लडैयाटांड, कजरा, पीरी बाजार, हवेली खड़कपुर और महुआटांड थाना क्षेत्रों में दर्ज कई गंभीर मामले हैं, जिनमें हत्या, विस्फोट, पुलिस पर हमला और यूएपीए अधिनियम के तहत मुकदमे शामिल हैं।
छापेमारी दल में बड़कागांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पवन कुमार, चतरोचट्टी थाना प्रभारी दीपक कुमार राणा, अभिनव आनंद (द्वितीय कमान अधिकारी 154 बटालियन), इंस्पेक्टर जितेन्द्र कुमार (तेनुघाट), जानु कुमार (आंगो), कृष्णा कुमार गुप्ता (बड़कागांव), सीआरपीएफ 154 बटालियन और झारखंड जगुआर 16 AG के सशस्त्र बल शामिल थे।